Dhokha Status in Hindi |Dhokha Shayari hindi -Statuspb
Dhokha Status in Hindi :
Dhokha status on your social media . Trust is first thing in love . Dhokha Status in Hindi .Love is forever
on the base of trust. So , never loss the trust of anyone. Dhokha Status .If you respect the trust , god will also help you in your journey .
Dhokha Status in Hindi |
खुश नसीब होते हैं वो बादल जो दूर रह कर जमीन पर वरसते हैं,
और एक वदनसीव हम हैं जो एक ही गली में रहकर भी मिलने को तरसते हैं
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बूंद के खातिर
हम तो बादल है प्यार के किसी और पर बरस जाएंगे
कोई बताएगा कैसे दफनाते है वो खवाब
जो दिल मैं ही मर जाते है
कास मैं दरिया होता तो किनारो का सहारा करता
इस तरह नहीं रोता अगर तुझसे दिल लगाया होता
बहुत रुलाई वो बेवफा और कितना रुलावगी,
जिस दिन हम रूठे ना बहुत पस्तावोगी
इश्क ओर दोस्ती मेरे दो जहान है,
इश्क मेरी रुह, तो दोस्ती मेरा ईमान है,
इश्क पर तो फिदा करदु अपनी पुरी जिंदगी,
पर दोस्ती पर, मेरा इश्क भी कुर्बान है
इश्क़ और दोस्ती मेरी ज़िन्दगी के दो जहाँ है
इश्क़ मेरा रूह तो दोस्ती मेरा इमां है
इश्क़ पे कर दूँ फ़िदा अपनी ज़िन्दगी
मगर दोस्ती पे तो मेरा इश्क़ भी कुर्बान है
हर कर्ज मोहब्बत का अदा करेगा कौन,
जब हम नहीं होंगे तो वफ़ा करेगा कौन,
या रब मेरे मेहबूब को रखना तू सलामत,
वर्ना मेरे जीने की दुआ करेगा कौन?
कौन कहता है हम उसके बिना मर जायेंगे
हम तो दरिया है समंदर में उतर जायेंगे
वो तरस जायेंगे प्यार की एक बूंद के खातिर
हम तो बादल है प्यार के किसी और पर बरस जाएंगे
Kaise Mangu Dua Rab Se Ki Dua Qabool ho jaaye,
Hume sirf Maut chahiye Maut Qabool ho jaaye
वैसे तो किसी से प्यार किया नही
वैसे तो किसी से प्यार किया नही
1 से किया 1 से किया और उसी ने धोखा दे दिया।
कुछ तो खोया है उसने भी है मुझसे
प्यार करके ,मुझे मेरे चाहत नहीं मिली
और उसे इतना चाहने वाला
अब सजा दे ही चुके हो तो
मेरा हल न पूछना
अगर मैं बेगुन्हा निकला तो अफ़सोस
बहुत होगा
मेरा दिल जानता है दोनों मंजर मैंने देखे है
तेरे आने पर क्या गुजरी ,तेरे जाने पर क्या गुजरी
कुछ जखम सदियों बाद भी ताज़ा रहते है जनाब
वक़्त के पास भी
हर मर्ज़ की दवा नहीं होती
भुला देंगे तुझे भी जरा सबर तो कीजिये
तुम्हारी तरह बेवफा होने मैं वक़्त तो लगेगा
मुझे इस बात गए गम नहीं
कि तू बेवफा निकली
अफ़सोस तो इस बात का है कि
वो लोग सच्चे निकले जिनसे मैं
तेरे लिए लड़ा करता था। ......
जबसे वो मशहूर हो गए है
हमसे कुछ दूर हो गए है
रिस्तो को हालात बदल देते है
अब तेरा जीकर होने पर
हम बात बदल देते है
रूठ जाने की अदा हम को
भी आती है दोस्त
काश होता कोई हम को
भी मानाने वाला ,
उन्हें बेवफा जो बोलो
तो तोहिन है वफ़ा की ,
वो तो वफ़ा निभा रहे है
कभी इदर तो कभी उदर
Dhokha Shayari |
दिल मैं आया था कोई
जल्दी मैं था
इसी लिए चला गाय
टाइमपास करके किसिस से
पीछा छुड़ाना आसान है लेकिन
किसी से सच्चा प्यार करके
दूर जाना बहुत मुश्किल है
मै इस काबिल तो नहीं की कोई
मुझे अपना समझे
मगर इतना यकीन है की कोई अफ़सोस
जरूर करेगा मुझे खो देने के बाद
दिल से रोये मगर होंठो से मुस्कुरा बेठे,
यूँ ही हम किसी से वफ़ा निभा बेठे,
वो हमे एक लम्हा न दे पाए अपने प्यार का,
और हम उनके लिये जिंदगी लुटा बेठे..
कुछ लुटकर, कुछ लूटाकर लौट आया हूँ,
वफ़ा की उम्मीद में धोखा खाकर लौट आया हूँ |
अब तुम याद भी आओगी, फिर भी न पाओगी,
हसते लबों से ऐसे सारे ग़म छुपाकर लौट आया हूँ |
इस कदर भूखा हूँ साहब,
कभी कभी धोखा भी खा लेता हूँ!
Dhokha Shayari |
दर्द इतना था ज़िंदगी में कि धड़कन साथ देने से घबरा गयी!
आंखें बंद थी किसी कि याद में ओर मौत धोखा खा गयी!….
कौन है इस जहाँ मे जिसे धोखा नहीं मिला,
शायद वही है ईमानदार जिसे मौक़ा नहीं मिला…
हराकर कोई जान भी ले ले,
मुझे मंजुर है,.. पर…….
धोखा देने वालों को मै दुबारा मौका नही देता!
मुकद्दर मे रात की नींद मुनासिब नहीं तो क्या हुआ,,
हम भी मुकद्दर को धोखा दे कर दिन मे सो जाते है.
इन आँखों में आसूं आये न होते अगर वो पीछे से मुश्कुराये न होते
उनके जाने के बाद बस यही गम रहेगा
कि काश वो हमारी ज़िन्दगी में आये न होते
बेवफा है दुनिया किसी का ऐतबार ना करो,
हर पल देते है धोका किसी से प्यार ना करो,
मिट जाओ बेशाक़ तनहा जी कर,
पर किसी के साथ का इंतज़ार ना करो.
उमर की राह मे रस्ते बदल जाते हैं,
वक्त की आंधी में इन्सान बदल जाते हैं,
सोचते हैं तुम्हें इतना याद न करें,
लेकिन आंखें बंद करते ही इरादे बदल जाते हैं
मिल जाए हर कोई यू ही रहो मे,
तो पता कैसे चले की इंतज़ार क्या है,
तड़प के देखो किसी की चाहत मे,
तो पता चले की प्यार क्या होता है.
समजते थे हम उनकी हर एक बात को,
वो हर बार हमसे धोका देते थे,
पर हम भी वक़्त के हातो मजबूर थे,
जो हर बार उनको मौका देते थे.
आग दिल मे लगी जब वो खफा हुए,
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
कर के वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गये जब वो बेवफा हुए
सह लिया है हर दर्द हमने हस्ते-हस्ते,
उजड़ गया है मेरा घर बस्ते-बस्ते.
अब वफ़ा करे भी तो कैसे करे,
वफ़ा करने गया तो बेवफ़ाई ही मिली है रस्ते-रस्ते
भुला कर हमें वो खुश रह पाएंगे, साथ में नही तो मेरे जाने के बाद मुस्कुरायेंगे, दुआ है खुदा से की उन्हें कभी दर्द न देना, हम तो सह गए पर वोह टूट जायेंगे
जो आपने न लिया हो, ऐसा कोई इम्तहान न रहा, इंसान आखिर मोहब्बत में इंसान न रहा, है कोई बस्ती, जहां से न उठा हो ज़नाज़ा दीवाने का, आशिक की कुर्बत से महरूम कोई कब्रिस्तान न रहा,
वो जो अपना था हुंसे है खफा,
पता नही किस से हुई थी क्या ख़ाता,
बे-वजह दिल नही टूट-ता किसी का,
तुम थे या हम थे बेवफा…
एक बेबफा के जख्मो पे मरहम लगाने हम गए मरहम की कसम मरहम न मिला मरहम की जगह मर हम गए !
इश्क के इस दाग का एक बेवफा से रिश्ता है
इस दुनिया में सदियों से आशिक का ये किस्सा है
Dhokha Shayari Hindi |
यू तो कोई तन्हा नही होता,
चाहकर किसी से कोई जुदा नही होता,
मोहब्बत को मजबूरिया ही ले डूबती है,
वरना खुशी से कोई बेवफा नही होता.
शाम होते ही चिरागों को बुझा देता हूँ
यह दिल ही काफ़ी है तेरी याद मैं जलने के लिए
हसी की राह मे गम मिले तो क्या करे,
वफ़ा के नाम पर बेवफा मिले तो क्या करे.
कैसे बचे ज़िंदगी मे धोके बाजो से,
कोई हस के धोका दे तो हम क्या करे.
मत बहा आंसुओं में जिंदगी को;
एक नए जीवन का आगाज़ कऱ;
दिखानी है अगर दुश्मनी की हद तो;
ज़िक्र भी मत कर, नज़र अंदाज़ कर।
मत ज़िकर कीजिये मेरी अदा के बारे में; मैं बहुत कुछ जानता हूँ वफ़ा के बारे में; सुना है वो भी मोहब्बत का शोक़ रखते हैं; जो जानते ही नहीं वफ़ा के बारे में।
फुल हो तुम मुरझाना नहीं साथ छोड़ के कभी दूर जाना नहीं जब तक हम जिन्दा है अ दोस्त कभी किसी से घबराना नहीं
कोई जुदा हो गया कोई कफा हो गया
यह दूनिया के लोगों को क्या हो गया
जिस सजदा मैं मुझे उस को मागना था
रब सा अफ़सोस वोही सजदा क़हा हो गया
मेरी मौत के सबब आप बने;
इस दिल के रब आप बने;
पहले मिसाल थे वफ़ा की;
जाने यूँ बेवफ़ा कब आप बने।
मोहब्बत ने हमपर ये इल्जाम लागाया है वफा कर के भी बेवफा का नाम पाया है राहे अगल नही थी हमारी फिर भी हमने अगल अगल मंझील को पाया है !
एक अजीब सा मंजर नज़र आता हैं … हर एक आँसूं समंदर नज़र आता हैं कहाँ रखूं मैं शीशे सा दिल अपना .. हर किसी के हाथ मैं पत्थर नज़र आता हैं
किसी का हाथ लेकर हाथ मे जब तुम मिले हमसे,
तो कैसे टूट के बिखरा था मेरा मन आँखो मे,
ना समझो चुप है तो तुमसे कोई शिकवा नही बाकी,
हम अपने दर्द की नही रखते कोई पहचान आँखो मे,
चले जाने दो उस बेबफा को किसी और की बाँहों में, जो इतनी चाहत के बाद मेरा ना हुआ वो किसी और का क्या होगा
अगर आप किसी कों धोका देने में कामयाब हो गए
तो ये मत समजना की आप कितने चालाक है
ये सोचना की वो आप पर कितना विश्वास करता था
अब तो हम तेरे लिए अजनब हो गया
बातो के सिलसिले भी कम हो गया
खुशियो से जुआदा हमारे पास गम हो गया
क्या पता ये वक़्त बुरा है या बुरे हम हो गये
पत्थर से दिल लगाने से पहेले देख लेते,
की वो धड़क रहा हे के नही.
उनपर ऐतबार ना करते हम अगर,
तो ज़िंदगी मे ठोकर ना खाते हम कभी.
वो जो अपना था हमसे है खफा , पता नही किससे हुई थी क्या खता बे वजा दिल नही तुटता किसी का , तुम थे या हम थे बेवफा
समज़ते है की पत्थर है हम,
उनको ठोकर मार जाएँगे ,
एक बार कह दे नफ़रत है हम से,
खुदा कसम पत्थर तो क्या,
फूल बन कर भी उनकी राह मे नही आएँगे.
मिलने की आस तन्हाई होती हे,
वफ़ा की आस बेवफा होती हे,
दिल मे जीने की उमंग समाई होती हे,
पता नही किसको क्या मिले,
क्योकि किस्मत रब की बनाई होती हे.
जो वादा किया है वो निभाना होगा,
एक दिन लौट कर तुम्हे आना होगा,
दिल तोड़कर मुस्कुरा रहे हो आज,
देखना एक दिन तुम्हे भी पछताना होगा…
इतनी वफ़ादारी ना कर किसी से यूँ मदहोश होकर
दुनिया वाले एक खता के बदले सारी वफ़ाएं भुला देते है
ए खुदा तूने हम दीवानो का,
ये कैसा नसीब बनाया है,
जितनी खुशिया दूर जाती है,
उतना ही गम करीब आया है.
इंनकार करते करते, इकरार कर बैठे,
हम तो एक बेवफा से प्यार कर बैठे.
फुल हो तुम मुरझाना नहीं साथ छोड़ के कभी दूर जाना नहीं जब तक हम जिन्दा है अ दोस्त कभी किसी से घबराना नहीं
मौत माँगते है तो जिन्दगी खफा हो जाती है, जहर लेते है तो वो भी दवा हो जाती है, तू ही बता ऐ दोस्त क्या करूँ, जिसको भी चाहा वो बेवफा हो जाती है.
एक बेबफा के जख्मो पे मरहम लगाने हम गए मरहम की कसम मरहम न मिला मरहम की जगह मर हम गए !
Chahte the jinhe unke dil badal gaye,
Samundar to wohi the par sahil badal gaye,
Qatal aisa hua kissto mein main mera,
Kabhi badle khanjar to kabhi Qaatil badal gaye.
zindagi jeena or kaatna do alag alag baate hai....
pehle zindagi jeeta tha ........
ab zindagi kaat raha hu.
Sab Kuch Mila Bas ek Khudai Ke Siwa
Zindagi Bohat Pasand Aayi Ruswayi Ke Siwa,
Meri Chahat Ka Ehsaas Bhi Na Hoga use,
Uski Har Adaa Pasand Aayi Bewafayi Ke Siwa.
Aye mera janaza uthane waalo,
Dekhna koi bewafa mere paas na ho,
Agar ho to usse kehna, ki
Aaj to khushi ka mauka hai yu udaas na ho.
Hum ne to jaan luta di pyar mein,
Mehboob ne hi dhokha de diya hume,
Hum ne to khushiyan maangi thi,
Usne zindagi bhar kaa gham de diya.
Duniya mein jeene ki chahat na hoti,
Agar khuda ne mohabbat banayi na hoti,
Log marne ki aarzoo na karte,
Agar mohabbat me bewafai na hoti.
तेरे प्यार का सिला हर हाल में देंगे
खुदा भी मांगे ये दिल तो टाल देंगे
अगर दिल ने कहा तुम बेवफ़ा हो
तो इस दिल को भी सीने से निकाल देंगे।
कुछ उलझे हुए सवालों से डरता है दिल
ना जाने क्यों तन्हाई में बिखरता है दिल
किसी को पा लेना कोई बड़ी बात तो नहीं
पर उनको खोने से डरता है यह दिल।
ना आना लेकर उसे मेरे जनाजे में
मेरी मोहब्बत की तौहीन होगी
मैं चार लोगो के कंधे पर हूंगा
और मेरी जान पैदल होगी
इश्क का जिसको ख्वाब आ जाता है
समझो उसका वक़्त खराब आ जाता है
महबूब आये या न आये
पर तारे गिनने का तो हिसाब आ ही जाता है
If you like these status , please give your response in comment . Dhokha Shayari in Hindi
we try to best collection for you .
इन्हे भी पढ़े -